Bajra Atta for Uric Acid: आपको बता दें कि यूरिक एसिड की समस्या शरीर में प्यूरीन की अधिक मात्रा के कारण होती है। आज हम आपको ऐसे अनाजों के बारे में बताने वाले हैं जो आपके शरीर से यूरिक एसिड को दूर करने में मदद करेंगे।
Bajra Atta for Uric Acid: बढ़ा हुआ यूरिक एसिड न सिर्फ हमें दर्द देता है बल्कि शरीर को पूरी तरह से तोड़ भी देता है। यूरिक एसिड हमारे शरीर में जमा हुआ एक अपशिष्ट पदार्थ है जो मूत्र के माध्यम से बाहर निकल जाता है। लेकिन जब यह शरीर से बाहर नहीं निकल पाता है तो यह जोड़ों में जमा हो जाता है और जैसे-जैसे यह बढ़ता है जोड़ों में दर्द की समस्या बढ़ने लगती है। आपको बता दें कि यूरिक एसिड की समस्या शरीर में प्यूरीन की अधिक मात्रा के कारण होती है।
यूरिक एसिड हमारे शरीर में उत्पन्न होने वाला एक अपशिष्ट पदार्थ है। यह हमारे शरीर में कोशिकाओं (cells) के टूटने से बनता है। शरीर से यूरिक एसिड को बाहर निकालने का काम किडनी करती है जो इसे मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकाल देती है। हालाँकि, कुछ मामलों में शरीर में बहुत अधिक यूरिक एसिड जमा हो जाता है, जिसे किडनी अच्छे से फ़िल्टर नहीं कर पाती है। जिसके कारण हमारे शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने लगता है।कभी-कभी स्थिति बहुत गंभीर हो जाती है। लेकिन आज हम आपको ऐसे अनाज के बारे में बताने जा रहे है जो आपके शरीर से यूरिक एसिड को खत्म कर देगा।बाजरे का आटा (bajra flour)
यूरिक एसिड को कम करने के लिए बाजरे के आटे का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। बाजरे में प्यूरीन लगभग नहीं पाया जाता है। इसके अलावा इसमें फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो शरीर में जमा यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद करता है।
बाजरे में मिलने वाले पोषक तत्व
बाजरा एक ऐसा अनाज है जो कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है और इसका आटा सर्दी के मौसम में खूब खाया जाता है। बाजरे की तासीर गर्म होती है, इसलिए बाजरे के आटे से बनी रोटी को खाने से हमारे शरीर को अंदर से गर्म करने में मदद होती है। इसके साथ बाजरे के आटे में विटामिन-बी3, आयरन, जिंक, फाइबर और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। रोजाना इस आटे से बनी रोटी का सेवन करने से ब्लड शुगर और यूरिक एसिड दोनों को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
ज्वार और बाजरे की रोटी
अगर आपको केवल बाजरे की रोटी पसंद नहीं है तो आप ज्वार के आटे के साथ बाजरे को मिलाकर भी रोटी बना सकते हैं। इससे हाई यूरिक एसिड को नियंत्रित किया जा सकता है। यूरिक एसिड के मरीज को गेहूं की रोटी के बजाय अन्य अनाज के आटे से बनी रोटी का सेवन करना चाहिये। आप रोटियां बदल-बदल कर खा सकते हैं। आप चाहें तो मल्टीग्रेन आटे की रोटी भी खा सकते हैं। ज्वार और बाजरे के आटे की रोटी खा करके आप यूरिक एसिड को काफी तेजी से कम कर सकते हैं।
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यूरिक एसिड कम करने के उपाय
1. मोरिंगा की पत्तियां
आयुर्वेद में इसका उपयोग कई स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है। शरीर में हाई यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए भी मोरिंगा की पत्तियों का सेवन किया जाता है। मोरिंगा की पत्तियां कई पोषक तत्वों और एंटीऑक्सीडेंट (antioxidants) से भरपूर होती हैं।
2. करी पत्ते
यदि आप उच्च यूरिक एसिड स्तर से पीड़ित हैं, तो यूरिक एसिड को प्रबंधित करने में मदद के लिए इन पत्तियों को अपने आहार में शामिल किया जा सकता है। इन पत्तियों में ऐसे गुण हैं जो शरीर से हानिकारक चीजों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
3. पुदीनें की पत्तियाँ
अपने सुगंधित स्वाद के कारण पुदीना यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए भी जाना जाता है। यह हाई यूरिक एसिड वालों के लिए कारगर माना जाता है। इनका सेवन कई तरह से किया जा सकता है।
4. धनिया पत्ते
धनिया की पत्तियां यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए भी जानी जाती हैं। इन पत्तियों में एंटी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory) गुण होते हैं जो यूरिक एसिड से संबंधित जोड़ों के दर्द से भी राहत दिलाते हैं।
5. पान का पत्ता
ऐसा माना जाता है कि पान के पत्ते चबाने से शरीर में बढ़े हुए प्यूरीन स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है, जो बदले में यूरिक एसिड को प्रबंधित करने में मदद करता है। पान के पत्ते शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
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